सोमवार, 2 फ़रवरी 2009

मेरी पाठशाला

मैं दसवी कक्षा तक बॉम्बे स्कॉटिश स्कूल नमक एक विद्यालय में पढता था | मेरी पाठशाला मुंबई के महिम इलाके में थी | मेरे स्कूल के सामने एक समुद्रतट था | स्कूल के चरों तरफ़ खजूर के लंबे लंबे पेड़ थे | ५ सालों से में अपने स्कूल वापस नहीं गया हूँ | परंतु मुझे अपने शूल से बहुत प्यार हैं | मुझे मेरे स्कूल के दिनों की बहुत याद आती है | स्कूल के मैदान पर खेलना, अध्यापकों से डाट खाना और ऐसी बहुत सी छूटीं छूटीं चीजों के बारे में सोच कर मेरे चेहरे पर मुस्कान आ जाती है | स्कूल के दोरान मेरे बहुत अच्छे दोस्त बने थे| आज तक मैं उन दूस्तों के बहुत करीब हूँ | जब भी हम मिलतें हैं हम सब को बहुत मज़ा आता है | स्कूल के दोरान मैंने बहुत कुछ सीखा जैसे की आपने बड़ों का आदर करना, परिश्रम का हर किसी को फल मिलता है और ऐसी बहुत सी चीजें | मैं अपने स्कूल का आभारी हूँ | आज मैं जो भी काफी हद तक अपने स्कूल की बदोलत हूँ | मेरी एक आशा है की मैं आपने स्कूल के लिए कुछ कर के अपना शुक्रिया अदा कर पाऊँ |

1 टिप्पणी:

उन्मुक्त ने कहा…

वाह, बहुत अच्छा स्कूल था आपका।