बुधवार, 5 दिसंबर 2007

क्या पैसा सब कुच्छ है?


पैसा सब लोगो की बडी चाहत! समाज में ऊचा दर्जा, मन चाहिए गाडीया और कुच्छ भी खरीदने की ताकत्।कौन नही चाहता ऐसी चीज़े!

सॅमुएल एल जॅक्सन ने एक बार कहा था कि ‘जो लोग कहते है कि पैसा सब कुच्छ नही होता उन्होंने कभी पैसा देखा ही नहीं।

लेकिन मैं इस बात से सहमत नही हूँ। मुझे नही लगता कि पैसे से दुनिया की सारी खुशियों मिलती है।पैसे का खुदका एक महत्व है । पर हमें पैसे की लालच में फ़स नही जाना चाहिए और इस बात को जानना चाहिए कि परिवार और दुसरे लोगो के साथ अच्छा बरताव और भी ज्यादा महत्व रखते है।

पर सारे संसार में लोग अपने फ़ायदे के लिये दुसरो को फ़साते है। कभी कभी दुसरों का खून तक कर लेते हैं।इस्सी कारण मेरे मन में ऐसा विचार आत है के दिलों में पैसो के अलावा और किसी के लिये प्यार है कि नहीं?

मुझे शायद पैसे की लालच नहीं है क्योंकि जन्म से ही मेरे घर में कभी पैसो की कमी नही थी । हर किसी का अपना विचार होता है और अपनी खुदकी ज़रूरतें ।

कोई टिप्पणी नहीं: