मंगलवार, 16 सितंबर 2008
सिंगापुर या भारत?
मेरा जन्म भारत में हुआ था लेकिन पूरी ज़िन्दगी मैं सिंगापुर में रहा हूँ आप शायद सोच रहे होंगे कि वहां रहने से मेरे रीती-रिवाजों पर बुरा असर पड़ा होगा परन्तु मैं यकीन से कह सकता हूँ कि वहां रहकर निर्बल होने की जगह मेरे संस्कार के जड़ और भी मज़बूत हो गए हैं सिंगापुर एक ऐसा देश है जहाँ विभिन्न संस्किर्तियों के मिलने झुलने को प्रोत्साहन दिया जाता है और ऐसे नाना प्रकार लोगों के बीच रहकर मैं अपनी मान्यताओं को और गौर से समझ पाया हूँ सिंगापुर एक ऐसा देश है जहाँ दूसरे लोगों के बारे में समझकर ज्ञान पा सकते हैं और उनके आस पास रहने से उनके भोजन का स्वाद लेकर एक अनोखा अनुभव भी पा सकते हैंयह सभ मानने पर मैं यह तो नहीं कह रहा हूँ कि मुझे भारत पसंद या भारत से प्यार नहीं है हर साल मैं वापस भारत जाता हूँ ताकि मैं अपने जनम-स्थान में मज़ा ले पाऊँ. और मेरे सभी रिश्तेदारों के साथ समय बिता पाऊँ असल में मैं एक विदेशी लड़का हूँ लेकिन मेरा दिल आज भी भारतीय है परन्तु अगर आप मुझसे पूछें कि मैं अपनी बाकी ज़िन्दगी कहाँ बिताना चाहूँगा तो मैं एक ही जवाब दूँगा- और वो है सिंगापुर
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