भारतीय क्रिकेट की शान व विश्व के नम्बर एक बल्लेबाज का रूतबा रखने वाले मास्टर बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने बहुत ही कम समय व उम्र में क्रिकेट में ऐसे रिकार्ड बना डाले है जिन्हे तोडना इतना आसान नही था। रन बनाने व नये कीर्तिमान बनान की भूख अभी उनकी मिटी नही है। क्रिकेट इतिहास के स्वर्णिम पन्नों पर वे अपना नाम दर्ज कर चुके हैं। सन् 1989 में अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में सचिन का कदम रखना तमाम भारतीयों के मस्तिष्क आज भी कैद हैं। बीते वक्त में हमेशा भारतयी की उम्मीदों की पतवार सचिन का बल्ला ही बना है। यही वजह है कि आज भी सचिन ने कहा था कि-मै आगे खेलना और सिर्फ खेलना चाहता हॅू। मै अब तक जो चाहता रहा वह मुझे मिलता रहा। क्रिकेट के बिना मै जीवन की कल्पना भी नही कर सकता।
भारतीय क्रिकेट की शमां रोशन करने वाले तेंदुलकर महज एक बेमिसाल क्रिकेटर ही नही बल्कि देश के क्रिकेट प्रेमियों के होठों की मुस्कान भी हैं। उनका बल्ला चलने पर देश पर देश में दीवली सी मनायी जाने लगती है।
संगीत मे लता मंगेशकर को अदाकारी में अमिताब बच्चन को और क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर को जो मुकाम हासिल है मजे की बात यह है कि तीनों-लता मंगेशकर, अमिताभ बच्चन और सचिन तेंदुलकर एक दूसरे के जबरदस्त फैन है।
गुरुवार, 27 नवंबर 2008
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