भारत देश की मुद्रा का मूल्य निरन्तर डालर की मुद्रा से गिरता चला जा रहा है। वर्तमान समय में 1 डालर बराबर रू0 51.00 के बराबर हो गया है जो कि एक साल पहले रू0 40.00 के आसपास चल रहा था। इससे यह दर्शा रहा है कि भारत की मुद्रा का वेल्यू गिर रहा है।
यह भारत के नेताओं का एवं अफसरों का मानना है कि मुद्रा का वेल्यू घटने पर निर्यात ज्यादा होगा हालाकि यह कुछ लोगों को फायदा पहुंचाने जैसा है इसके बाद भारत सरकार आयात करती है उसमें ज्यादा रूपया देना पड़ता है जैसे कि कच्चा तेल, सोना, चाँदी इसमें सबसे ज्यादा रूपया भारत सरकार को देना पड़ता है जिसके कारण महंगाई ज्यादा बढ़ती है तथा सरकारी कोष पर भारी दबाव बनता रहता है फलस्वरूप भारतीयों कों निर्यात ज्यादा करना पड़ता है तथा खाने के सामान आदि अधिक निर्यात करने पड़ते है। जिसके कारण गरीब और गरीब बनता है तथा धनवान अधिक धनवान बनते जाते हैं। गलत नीतियों के कारण देश को नुकसान पहुंचता है उसे बाद में ग्लोबल का ढ़ांचा पहना दिया जाता है।
सोमवार, 8 दिसंबर 2008
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