शुक्रवार, 5 दिसंबर 2008

थैंक्सगिविंग की छुट्टी

मेरी थैंक्सगिविंग की छुट्टियॉ बहुत ही मज़ेदार थी। मेरी एक बहुत ही पुरानी मित्र (जिसका नाम है मृणालिनी) मुझे मिलने एन आर्बर आई। मृणालिनी यूनिवर्सिटी आफ टेक्सस मे अर्थशास्त्र पढ़ रही है। गर्मी की छुट्टियों मे उसने ‘गोल्डमन सेक्स’ नाम की कम्पनी के साथ काम किया। कालेज खतम करने के बाद वह उन्हीं के साथ नौकरी करेगी।
मैने थैंक्सगिविंग की छुट्टियों के समय पहली बार गाड़ी किराये पर ली। गाड़ी होना इतना आरामदायक हो सकता है; मैने कभी सोचा भी नही था। न तो बस पर निर्भर करना पड़ता है और न ही एक जगह से दूसरी जगह जाने मे पूरा दिन निकल जाता है।
चूंकि थैंक्सगिविंग के दिन भोजनालय बंद होते हैं, हमे घर पर खान पकाना पड़ा। दोस्तों के साथ खान पकाने मे बहुत मज़ा आता है। हमने पाँव भाजी और चाकलेट केक बनाया। दोनो बहुत ही स्वादिष्ट निकले।
शनीवार को मै मृणालिनी को लेनसिंग मे वह घर दिखाने ले गया जहाँ मेरा जन्म हुआ था। उस घर मे मेरे दादाजी का बहुत ही जिगरी दोस्त रहता है। मै उन्हें अपना संरक्षक मानता हूँ। वे हमेशा मुझे मेरे दादाजी के बारे मे बहुत से मनोरंजक किस्से सुनाते हैं। मै उन्हें प्रतिवर्ष थैंक्सगिविंग के समय मिलता हूँ, और वे मुझसे मिलकर बहुत ही खुश हो जाते हैं।
मैने देखा है कि अमरीका मे बुज़ुर्ग लोग बहुत ही अकेलापन महसूस करते हैं। उनके बच्चे उन्हें ज़्यादा महत्त्व नही देते। मुझे यह बिलकुल अच्छा नही लगता, और इसलिए, जब भी मुझे मौका मिलता है, मै अपने संरक्षक को मिलने लेनसिंग चला जाता हूँ।

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