गुरुवार, 26 फ़रवरी 2009

गणेश चतुर्थी

हर साल अगस्त के महीने में भारत गणेश चतुर्थी का त्यौहार मनाता है. त्यूहर के दोरान मेरे घर पे गणेश की मूर्ति आती है. यह मूर्ति मिट्टी की बनी होती है. दो दिनों के लिए यह मूर्ति मेरे घर पर होती है. मेरा पूरा परिवार मिल कर मूर्ति की पूजा दिन में तीन बार करता हैं. मेरी बहुत सी यादें इस त्यौहार से जुडी है. जब भी गणेश भगवन घर आते है घर में हलचल सी मची होती है. मेहमानों का आना जाना रहता है. हर महमान मूर्ति के दर्शन कर के प्रसाद खता है. महमानों के लिए स्वादिष्ट खाना परोसा होता है.माहाराष्ट्र में खास कर गणेश भगवन के बहुत भक्त है. गणेश चतुर्थी के दोरान मोधक नाम की मिठाई बाटी जाती है. यह मिठाई सिर्फ त्यौहार दोरान मिलती है और मुझे बहुत पसंद है. मुझे यह त्यौहार पसंद आता है क्यों की घर में ख़ुशी का महूल होता है, पूरा परिवार साथ में होता है और स्वादिष्ट खाना और मिठाई खाने का मोका मिलता है. पिछले तीन सालों से मैंने यह त्यौहार एक बार भी नहीं मनाया है और मुझे वह त्यौहार मनानें का बहुत मन है.

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