सोमवार, 26 जनवरी 2009

दोस्ती

मेरा यह मानना है की दोस्त भगवन का रूप होता है | जब हमें ईश्वर की ज़रूरत होती है तो वे हमें दोस्त के रूप में मदद करते हैं | आजकल की दुनिया में सच्चा मित्र ढूँढना बहुत मुश्किल होता जा रहा है | इसका कारण यह है कि आजकल लोग केवल अपना उल्लू सीधा करना जानते हैं | सच्चा दोस्त वह होता है जो हमें अपनी बुराइयाँ बताता है एवं हमारा साथ कभी नहीं छोड़ता | कठिनाई के वक्त वह हमारा हौसला बढ़ाता है, फिर चाहे वह हमारे सुख की घड़ियों में हमारे साथ न हो | बिना सच्चे दोस्त के, ज़िन्दगी का यह सफर असंभव सा हो जाता है | मेरे दोस्त मेरी ज़िन्दगी में मेरे लिए बहुत एहमियत रखते हैं | उनके बिना मेरा मन नहीं लगता और उनके बिना जीवन व्यतीत करना मेरे लिए सम्भव नहीं है | मेरे सबसे अच्छे दोस्त मेरे कॉलेज में नहीं पढ़ते | इस लिए मैं उनसे फ़ोन पे या फिर इन्टरनेट द्वारा बात करती हूँ | उनसे एक दिन भी अगर न बात हो तो मेरा दिन पूरा नहीं होता | मुझे उनकी बहुत याद आती है परन्तु यह दूरी शायद हमारे दोस्ती की परीक्षा है | अगर हम अलग देशों में रहकर भी अपनी दोस्ती पर आँच न आने दे तो फिर हम यह कह सकते हैं की हमारी दोस्ती शायद कभी न टूटेगी और हम जीवन भर अच्छे दोस्त बने रहेंगे |

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