भारत के इतिहास में २६ जनवरी १९५० एक बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है. इस दिन, भारत ने संविधान को अपनाया. यह संविधान उद्रेख समिति ने पूरे देश के लिए कानून लिखे जिनके अध्यक्ष श्री आंबेडकर जी थे. संविधान को अपनाने के बाद, राजेंद्र प्रसाद जी हमारे देश के पहले राष्ट्रपति बनाये गए. इसीलिए हर साल भारतीयों इस दिन को स्वतंत्र दिवस के समान मानते है.
हर साल हमारे देश के राष्ट्रपति जो कि भारतीय सेना के प्रमुख कमांडर है वे नौसेना से लेकर वायु सेना के परेड के सलामी लेते है. यह परेड दिल्ली में राष्ट्रपति भवन से लेकर लाल किल्ला तक होता है जहा राष्ट्रपति पूरे देश को भाषण देते है, उनके धैर्य को जागने के लिए, उन लोगो को याद करने के लिए जिन्होंने हमारे देश कि स्वतंत्रता के लिए अपना जीवन सौंप लिया.
देश के पाठशालाओ में भी स्वतंत्र दिवस के दिन पर झंडावंदन होता है. भाषण होते है और अतिथि वक्ता को आमंत्रित किया जाता है.
इस साल दुर्भाग्य से हमारे राष्ट्रपति उनके कर्तव्य कर न पाए क्यूंकि उनको दिल के सर्जरी गुजरना पड़ा. लेकिन हम उनके अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्राथना करते है ताकि वे जल्द से जल्द अपना कम शुरू कर सके और हमारे महँ देश को और आगे बढाये.
सोमवार, 26 जनवरी 2009
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें