सोमवार, 19 जनवरी 2009
मेरी कमजोरी
मैंने दसवी कक्षा तक हिन्दी पढ़ा था. परन्तु मैं दक्षिणी भरतीय हूँ और मेरी हिन्दी बहुत कमज़ोर है. पड़ने, लिखने और समझने में कोई कठिनाई नहीं है पर बोलने में थोड़ी कमजोरी है. दसवी कक्षा तक हमारी परीक्षाओं में हमें निबंध लिखने पड़ते थे. इस कमजोरी को पराजय करने के लिए मैंने एक निबंधों का पुस्तक खरीद लिया और पहले से ही निबंधों को रट करने लगा. इस तरह मेरी भाषा में कोई उन्नति न हुई पर परीक्षाओं में अच्छे अंक मिलने लगे. मैं दुबई का रहने वाला हूँ और अरबी अच्छी तरह से आती है. मेरे माता पिता मद्रास के रहने वाले हैं और इस के कारण मुझे तमिल भी अच्छी तरह से आती है. भारत की राष्ट्रीय भाषा हिन्दी है और हिन्दुस्तानी होते हुए मैं शर्मिंदा हूँ कि मुझे हिन्दी अच्छी तरह से नहीं आती है. इस वजह मैं कॉलेज में हिन्दी की कक्षा लेना चाहता हूँ. इस तरह मेरी भाषा बढ़ जाएगी और मैं गर्व से बोल सकता हूँ कि मुझे हिन्दी में बात करने में कोई कठिनाई महसूस नहीं होती है.
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