बुधवार, 26 सितंबर 2007

मिशिगन की थन्डी

मिशिगन की थन्डी

हर अन्तरराष्ट्रीय फ़्रेश्मॅन को इस बात का बहुत डर होता है की वह मिशिगन की थन्डि को सामना कैसे करेगा।कोय थन्डी की राह देखता है तो कोय थन्डी को गालीया देता है।

अब सितम्बर का महीना चल रहा है, थोडे ही दिनों में अक्तूबर चालू हो जायेगा और उसके साथ ढेर सारी थन्डी भी।

मैनें मेरे पहले साल के पहले ऐसी थन्डी का सामना नहीं किया था। पर मुझे इस तरह की भयानक थन्डी बहुत पसन्द आयी। लोग मुझे पागल कहते है लेकिन मुझे मिशिगन की थन्डी से बहुत प्यार है। इसके काफ़ी कारण है।

थन्डी के कपडे अलग होते है। मुम्बई में मैंने ऐसे वस्त्रों का उपयोग कभी नहीं किया था। अच्छे जॅकेट्स और स्वेटर्स जो मुम्बई में इस्तमाल नहीं कर सकते उनको इस्तमाल करने की सन्धी मिलती है।

और फ़िर क्योंकि मैं मुम्बई से हू मुझे गरमी से सख्त नफ़्रत है।मुम्बई का वातावरण कुछ ज्यादा ही चिपचिपा है। मिशिगन में थन्डी के समय ऐसे लगता है जैसे किसी ने मेरे कमरे में ही ए-सी लगा दिया हो।

फ़िर सब जगा बरफ़ रात के समय में बहुत सुन्दर लगता है।पेड़ के सभी पत्ते गिर जाते है और पूरा सन्सार थन्डी से मानो डर जाता है। इस द्रुश्य को देखकर सबको थन्डी की शक्ति का पता चलता है।

-Shamin Asaikar

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