रवीन्द्रनाथ ठाकुर का जन्म सन 1861 में कलकत्ता में हुआ था | रवीन्द्रनाथ ठाकुर को गुरुदेव के नाम से भी जाना जाता है | बचपन में हि रवीन्द्रनाथ ठाकुर को कविता लिखने का शौक था |
रवीन्द्रनाथ ठाकुर भारत के एकमात्र नोबल पुरस्कार विजेता हैं | इसके अलावा वे एशिया के प्रथम नोबेल पुरस्कार सम्मानित व्यक्ति है | भारतीय राष्ट्रगान भी रवीन्द्रनाथ ठाकुर ने ही लिखा था | इसके अलावा बांग्लादेश के राष्ट्रीय गान आमार सोनार बांग्ला की रचना भी रवीन्द्रनाथ ठाकुर ने ही किया था। रवीन्द्रनाथ ठाकुर ने कहानीया भी लिखी थी | रवीन्द्रनाथ ठाकुर ने साहित्य के हर शाखा पर काम किया था | चाहे वो कविता हो या गान। इसके अलावा रवीन्द्रनाथ ठाकुर ने कथा, नाटक और शिल्पकला पर भि काम किया था। उनकि मुख्य रचना गीतांजली के नाम से जानि जाति है | गीतांजली रवीन्द्रनाथ ठाकुर की कविताओ का संग्रह है |
रवीन्द्रनाथ ठाकुर 7 अगस्त 1941 को चल बसे | आज भी इस दिन पर इनकी याद में मौन रखा जाता है |
मंगलवार, 2 अक्तूबर 2007
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें